Monday, August 29, 2011

बस लिखने के लिए कोई Topic नहीं है!!
















ऐसा  नहीं  है  की  मै लिखना  भूल  गया  हूँ,
बस  लिखने  के  लिए  कोई  Topic नहीं  है!!


नए  नए  जानवर  आये  है  जंगल  में,
माहौल  एकदम  बदलने  सा  लगा  है ....


पुराने  जानवर  अपने  अपने  इलाको  पे  जमा के  बेठे  है  डेरा,
बन्दे  कहते  है  की  "ये  है  मेरी", बन्दिया  कहती  है  "वोह  है  मेरा"!!


Self proclaimed 'शेर' निकले  है  शिकार पर,
हम तो   बेठे  है  Room  पे  क्यूकि  हमें  शिकार  करना  आता  नहीं  है .....


ऐसा  नहीं  है  की  मै लिखना  भूल  गया  हूँ,
बस  लिखने  के  लिए  कोई  Topic नहीं  है!!

क्या  लिखू .. की  फिर  लेकर  मुझको  याद  आ  गयी  है  नानी ?
या  सुनाओ  तुमको  'चोर-पुलिस  की  कहानी ?


साल  हो  गए  'Hide n Seek' खेले  हुए  और  डाले  हुए  किसी  skit   में  चुन्नी,
याद  नहीं  आ  रहा  आखरी  बार  कब  इन  कानो  ने  आवाज़  सुनी  थी  "मुन्नी"!!


Seniors की  कमी  का  एहसास  Share करू ?
या  Professors के  बुराई करने  का  Dare करू ?


उनके  बारे  में  बताऊ  जिसके  पीछे  दुनिया  पड़ी  है ?
या  उनकी  दास्ताँ  सुनाऊं   जो  लगती  मुझे  सही  है ?


ऐसा  नहीं  है  की  मै लिखना  भूल  गया  हूँ,
बस  लिखने  के  लिए  कोई  Topic नहीं  है!!

चलो  कोशिश  करता  हू  की  कुछ  तो  सुनाऊं,
जो  जज़्बात  दिल  में  बसे  है  उन्हें  ज़रा  बहार  तो  लाऊं !!


एक batch चला  गया जिसकी याद तो आती है,
But ये  नए  batch   के  कुछ  लोगो  को  देखकर  चली  जाती  है !!


पता  नहीं  सही  में  मौसम  बदला  है  या  नहीं,
पर  मुझे  तो  यही  मौसम  सुहाना  सा  लगने  लगा  है ..


पुराने  वोही  X - cafe, X - street, Even Acad block नए से लगने लगे है ,
नए नए जो उगे है फूल उन्हें देखकर मेरे अरमान फिर से जागने लगे है !!


पता  नहीं  कौनसी  बार  पहला  प्यार  हुआ  है,
But ये  पता  है  की  Result   इसका  भी  होना  वोही है !!


ऐसा  नहीं  है  की  मै लिखना  भूल  गया  हूँ,
बस  लिखने  के  लिए  कोई  Topic नहीं  है!!

लोगो  ने  जब  दिखाया  तो  हम  बोले .. "अरे  ये  तो  बच्ची है"..
तो  चाचा  आके  बोले .. "अरे  नहीं  चाचा ..आज  से  यही हमारी चाची है"!! :P   


हमने कहा  की  अरे  भाई, इतना  जल्दी  न  करो,
तो वोह बोले .. कि  हम तुम्हारे  साथ  है  चाचा  तुम  आगे  बढ़ो !!


मैंने  सोचा  कि  चलो  इस  बार  तो  मै  कुछ  करके  ही  रहूँगा ,
बहुत  हो  गया  मजाक, अब  मै  नहीं  सहूंगा !!


बहुत  समझा  बुझा  के  अपने  आप  को  किया  ही  था  राज़ी ..
के  इतने  में  देखा  कि  इसमें  भी  साला  कोई  मार  गया  बाज़ी!!


दिल  को  तो  बोल  नहीं  सकते  थे  तो  Atleast दूसरो  से  ही  झूठ  बोलने  लगे,
"भाई  लोग  तुम  टेंशन  मत  लो , मुझे  तो  उसमे   Interest  ही  नहीं  है !!"


ऐसा  नहीं  है  की  मै लिखना  भूल  गया  हूँ,
बस  लिखने  के  लिए  कोई  Topic नहीं  है!!


एक दिन  फिर  आया  साला  दोस्त और  बोला  कि  "चाचा  हमने  एक  नयी  चाची ढूँढ  ली है ",
हमने  कहा  कि  "चाचा  अब  तुम  रहने  दो , इन  सब  से  हमने  अपनी  आँखे  मूँद  ली है "


वोह  बोला  कि  "चाचा  एक  बार  देखो  फिर  कुछ  कहना,
And पसंद  न आये  तो  चाहे  ज़िन्दगी  भर  Excel Sheet बनाते  रहना"


चाचा  का  दिल  रखने  के  लिए  मैंने  देख  तो  लिया  and she wasn't that bad,
मैंने  कहा  कि  "ये  सब  अपने  बसकी  नहीं  है " तो  ये  सुनके  चाचा  हो  गए  sad!!


किसी और  के  साथ  देखता  है  तो  चाचा  मुझे  खूब  सुनाता है,
अब  तो  साला  Junior भी  उसे  चाची  कहकर  बुलाता  है!!


चलो  अभी  तो  कुछ  सुनाने  लायक  था  नहीं , but पक्का  जल्दी  ही  कुछ  करूँगा,
फिर  लिखूंगा  जब  कुछ लिखने लायक  होगा ....अभी  तो  लाइफ  में  कुछ  Entertaining नहीं  है !!


ऐसा  नहीं  है  की  मै लिखना  भूल  गया  हूँ,
बस  लिखने  के  लिए  कोई  Topic नहीं  है!!
 
P.S.: This is a work of fiction and bears no resemblance to any person living or dead!!
         Many many Thanks to Google Transliterate. :)

Saturday, August 27, 2011

एहसास..........!!!!!!!!




क्यों  कुछ  बातों  का  कुछ  भी  मतलब  नहीं  होता ..
क्यों  कोई  साथ  हो  कर  भी  करीब  नहीं  होता..
क्यों कोई  अनजाने  मे ही  अपना  बन  जाता  है ..
और  ऐसा  साथ  भी  हर  किसी  को  नसीब  नहीं  होता..
क्यों इन  सवालों  का  जवाब  हमें  नही  मिलता,
चाहते  हुए  भी  चैन  नसीब  नहीं  होता..
क्यों ज़िन्दगी  सिर्फ  खुशियों  से  भरी  नही  होती...
क्यों  हर  ख़ुशी के बाद ग़म की आंधी है  होती..


क्यूँकि.......अगर  हर  क्यों  का  जवाब  मिल  जायें  तोह  "जीने "  मे  कोई  मज़ा  ही  नहीं  होता

दोस्तों  से  पूछो  ये  क्या  एहसास  है ........
ये ही  क्या  कम  है ..... के  दूर  होके  क  भी  हम  इतने  पास  हैं...........